Maa vaishno devi yatra 2025: मां वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन से अपने सारे पाप मिटाए और जाने का सही मौसम।

 Maa vaishno devi yatra 2025: मां वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन से अपने सारे पाप मिटाए और जाने का सही मौसम।



Maa vaishno devi yatra 2025: मां वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन से अपने सारे पाप मिटाए और जाने का सही मौसम।

मां वैष्णो देवी मंदिर भारत की एक प्राचीन व हज़ारों वर्ष पूर्व मंदिर,इस मंदिर का हमारे पौराणिक कथाओं में भी वर्णन है।
मां वैष्णो देवी के दर्शन से सारे कष्ट,दुख, दरिद्रता एवं सारे पाप मिट जाते है। मां वैष्णो देवी मंदिर भारत की पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। जो कि कश्मीर से 31 किलोमीटर दूर कटरा में स्थित है। वैष्णो देवी का मंदिर कटरा में स्थित है, जो कि पवित्र हिमालय पर्वत के तलहटी  में बसा है। यह जगह बहुत ही शांत और खूबसूरत है, यहां जगह  पर्यटक के लिए भी महसूर है।
यहां लोग घूमना पसंद करते है,और प्रकृति का नज़ारा का  लुफ़्त उठते है ।जो कि काफी अच्छा लगता है।

क्या आप  वैष्णो देवी मंदिर यात्रा करने का  सोच रहे है।
 तो आपको यहां की मौसम की जानकारी होना जरूरी है।

इससे हमारी यात्रा के दौरान कोई भी बाधा  का सामना न करना पड़े। कटरा का मौसम काफी परिवर्तनशील है, और इस का जलवायु दूसरे जगहों से काफी अलग है। गर्मियों में इस जगह  का तापमान औसतन 35°c - 40°c तक पहुंच जाता है। इस जगह का मौसम ज्यादातर नम देखने को मिलता है। और मानसून में यहां  बेहद खूबसूरत नजारा  और  सुहाना मौसम होता है। और यहां भारी बारिश होने की भी संभावना होती है, जिससे तापमान में गिरावट देखने को भी मिलता है।
सर्दियों में यहां ठंड काफी होती है ।और यहां का तापमान  0°c से  -2°c चला जाता है। हालांकि गर्मियों  का मौसम में श्रद्धालुओं के लिए तीर्थ यात्रा करने का सही समय होता है। और  यह मौसम मंदिर  जाने का सही समय होता है। हालांकि बहुत सारे लोग  भीड़भाड़ से बचने के लिए सर्दियों में यात्रा करना पसंद करते हैं। मां वैष्णो देवी मंदिर के लिए 12 किलोमीटर ऊंची रास्ते की चढ़ाई करनी होती है। इस जगह हेलीकॉप्टर का भी व्यवस्था होता है। यदि कोई व्यक्ति चढ़ाई करने में असमर्थ है वह इसका मदद ले सकते हैं। 

ग्रीष्म ऋतु (अप्रैल -जून)


मां वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए गर्मियों का मौसम काफी अच्छा है। गर्मियों में कटरा का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से 40 डिग्री सेल्सियस होता है। इस वक्त ज्यादा लोग तीर्थ यात्रा करने के लिए अग्रसर होते हैं ,क्योंकि इस वक्त चैत्र नवरात्र  भी आरंभ हो जाता है । और श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए काफी उत्सुक होते हैं । जिससे काफी भीड़ भी देखने को मिलता है। इस समय जगह-जगह पर रहने की व्यवस्था भी होती है।



मानसून (जुलाई -सितम्बर )


मां वैष्णो देवी मंदिर जाने के लिए बरसात भी ठीक मौसम हो सकता है। इस समय मौसम काफी सुहावना होता है। और खूबसूरत नजारा देखने को भी मिलता है। यहां इस वक्त श्रद्धालुओं का फीड कम देखने को मिलता है। लेकिन यहां पर गर्मियों की तरह जगह-जगह पर रहने की व्यवस्था कम होती है। इस वक्त भारी बारिश होने की संभावना भी होती है जिससे चारों तरफ फिसलन भी होती है।जो की चुनौती साबित हो सकती है। इसीलिए सतर्क से आगे बढ़े ।

शीत ऋतु(अक्टूबर - मार्च)


सर्दियों के महीनों के दौरान तापमान शून्य से नीचे -2 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जिससे यह बहुत ठंडा हो जाता है। इसके अलावा, बर्फ जमने के कारण सड़कें बेहद फिसलन भरी होती हैं और यात्रा करना खतरनाक हो सकता है, खासकर वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन के लिए। सर्दियों के समय मंदिर की गुफाओं के माध्यम से यात्रा एक जादुई अनुभव है। कटरा की लुभावनी सुंदरता का सबसे अच्छा आनंद इस मौसम में लिया जा सकता है और यह उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो रोमांच पसंद करते हैं और इसकी प्राचीन सुंदरता के लिए उत्तर का अनुभव करना चाहते हैं।



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